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Saturday, July 16, 2016
इन 5 टिप्स को अपनाकर सामान्य जुकाम-बुखार को कहें 'Bye'
By Rashmi Upadhyay5:30 AM#best food, #disease, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #monsoon, #rainy season, #बारिश, #हेल्थ टिप्स, monsoon, बारिशNo comments
इन दिनों चल रहे बारिश और मानसून के मौसम में सामान्य बुखार और जुकाम होना आम बात है। क्योंकि ऐसे मौसम में व्यक्ति का शरीर अन्य मौसमों की तुलना में थोड़ा नाजुक और कमजोर हो जाता है। जिससे हम जल्दी बीमारियों की गिरफ्त में आ जाते हैं। ऐसे मौसम में जुकाम, बुखार, बार बार छींकें आना, खांसी होना, ठंड लगना, सिर दर्द होना और शरीर में भारीपन आना जैसे रोग बहुत जल्दी हो जाते हैं।
हालांकि अगर हम एक हेल्थी डाइट और हल्के व्यायाम के माध्यम से इन सामान्य रोगों से बच सकते हैं। हम आपको ऐसे 5 घरेलू टिप्स बता रहे हैं जिनका सेवन करने से आप सामान्य सर्दी-बुखार से बहुत जल्दी आराम पा सकते हैं।
1) चिकन सूप- सर्दी जुकाम के समय में चिकन सूप को प्राकृतिक दवा माना जाता है। ठंड की वजह से बुखार या फिर जुकाम होने पर चिकन सूप पीने से तुरंत आराम मिलता है। यदि आप वेजिटेरियन हैं तो आप टमाटर या गाजर का सूप भी पी सकते हैं।
2) गर्म और मसाले वाला खाना- मिर्च वाला गर्मागर्म कोई भी खाना खाने से जुकाम-बुखार चुटकी भर में गायब हो जाता है। ऐसे में आपको जो भी डिश सबसे ज्यादा पसंद हो उसमें आप थोड़ा एक्सट्रा मसाला डाल के खा सकते हैं।
3) ग्रीन टी- ग्रीन टी सर्दी-जुकाम के मौसम में बहुत कामयब मानी जाती है। इसमें एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। ग्रीन टी के नियमित सेवन करने से सामान्य जुकाम-बुखार, फ्लू के साथ ही इन्फेक्शन से भी बचा जा सकता है।
4) शहद- शहद को सर्दियों के मौसम में अमृत माना जाता है। यह सामान्य सर्दी-बुखार से पीड़ित लोगों के लिए तो फायदेमंद होता ही है साथ ही इसका सेवन स्वस्थ लोगों को भी करना चाहिए। जल्दी फायदे के लिए गुनगुने दूध में शहद को मिला कर लें।
5) लहसुन- सर्दी-बुखार को जल्द दूर भगाने के लिए लहसुन ऐसा घरेलू उपाय है जो लगभग सभी के घरों में उपलब्ध होता है। बुखार होने पर लहसुन का सेवन करना चाहिए। यह शरीर में एंजाइम को बढ़ाता है।
Friday, July 15, 2016
शराब पीने के ये चमत्कारिक फायदे हैरान कर देंगे आपको!
By Rashmi Upadhyay4:58 AM#best food, #breastcancer, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #heartattack, #redwine, #wine, #wine benefits, #रूखी त्वचा, #हेल्थ टिप्स, foodNo comments
आज तक आपने पढ़ा और सुना होगा कि शराब पीना हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। शराब पीने से ना सिर्फ हमें शारीरिक बल्कि मानसिक तौर पर भी क्षति होती है। लेकिन शायद आप ये पढ़कर हैरान होंगे कि शराब पीना कई हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद भीी होता है। जी हां, यह बात पढ़ने में थोड़ी अटपटी जरूर लग रही है, लेकिन यह हम नहीं बल्कि एक रिसर्च का कहना है। शराब पीने के फायदों पर हाल ही में हुई एक रिसर्च में कहा गया है कि रोज शराब पीना हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
अब यहां ध्यान देने वाली बात यह कि शराब की कितनी मात्रा हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है? इसके जवाब में हम आपको बताना चाहेंगे कि हाल ही में अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन में हुई रिसर्च में कहा गया है कि स्वस्थ शरीर के लिए शराब की मात्रा हमारे लिंग, उम्र, मौसम और शारीरिक ढांचे के साथ साथ इस बात पर भी निर्भर करता है कि हम शराब खाली पेट ले रहे हैं या फिर कुछ खाकर ले रहे हैं। हालांकि फिर भी रिसर्च में साफ तौर पर कहा गया है कि महिलाओं के रोजाना 1 और पुरुषों के लिए 2 पैग पीना फायदेमंद होता है। तो आइए जानते हैं शराब पीने से हमे क्या लाभ होता है।
डिप्रेशन से छुटकारा
स्पेन के कई विश्वविद्यालयों में हुई रिसर्च में कहा गया है कि रोजाना शराब पीने से डिप्रेशन होने के खतरे को काफी कम करता है। इतना ही नहीं रिसर्च में यह भी कहा गया है कि सर्वे के दौरान देखा गया है कि जो महिला और पुरुष एक सप्ताह में 2 से 7 ग्लास शराब पीते हैं वह डिप्रेशन होने से खतरे से बिल्कुल बाहर है।
कोलोन कैंसर
अक्सर हम सुनते है कि ज्यादा शराब पीने और धूम्रपान करने से कोलोन (बड़ी आंत) कैंसर होता है। जबकि अमेरिका की लीसेस्टर यूनिवर्सिटी में हुई रिसर्च में कहा गया है कि रेड वाइन पीने से कोलोन कैंसर होने की 50 प्रतिशत संभावना कम हो जाती है।
हार्ट अटैक से बचाव
अमेरिका के हॉवार्ड पब्लिक स्कूल द्वारा 'एन्नल्स आॅफ इंटरनल मेडिसिन' में छपे आॅर्टिकल में कहा गया है कि कभी कभार शराब पीने वालों को कभी शराब ना पीने वालों की तुलना में हार्ट अटैक आने के 30 प्रतिशत चांस कम होते हैं।
अच्छी नींद आना
रेड वाइन में पाया जाने वाला मेलाटोनिन सुकून की नींद लेने में मदद करता है। रात को सोने से पहले 1 पैग रेड वाइन लेने से अच्छी नींद आती है। यह महिलाओं और पुरुष दोनों के लिए फायदेमंद होती है।
वजन कम होना
नियमित रूप से शराब पीने से शरीर का अतिरिक्त वजन घटता है। दरअसल वाइन हमारे शरीर से अतिरिक्त कैलोरी को नष्ट करती है। जिससे हम स्लिम और फिट फिगर पा सकते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर का खात्मा
लॉस एंजिलिस(अमेरिका) के विशेषज्ञों का कहना है कि रोजाना रेड वाइन (शराब) पीने से महिलाओं में होने वाले जानलेवा रोग ब्रेस्ट कैंसर का खात्मा होता है। विशेषज्ञों का कहना है कि रेड वाइन से एस्ट्रोजन के स्तर को कम करता है। जिससे ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा काफी कम हो जाता है। साथ ही रेड वाइन स्किन कैंसर से भी बचाती है।
चेहरे पर निखार आना
रोजाना सीमित मात्रा में रेड वाइन से चेहरे पर निखार आता है। रेड वाइन की कुछ बूंदों से चेहरे पर मालिश करने से चेहरा गुलाब की तरह दमक उठता है। इसके साथ ही जिन महिलाओं को बाल झड़ने की शिकायत होती है उनके लिए रेड वाइन का सेवन काफी फायदेमंद है। क्योंकि इससे ना सिर्फ बाल झड़ने कम होते हैं बल्कि बालों मे चमक भी आती है।
बढ़ती है याद्दाशत
शराब पीने से दिमाग तो तेज होता ही है साथ ही इससे याद्दाशत बढ़ती है। रेड वाइन में पाया जाने वाला रेस्वेराट्रोल तत्व दिमाग को अधिक विकसित करने में मदद करता है। साथ ही डेमेंटिया जैसी बीमारी से भी बचाता है।
Monday, July 11, 2016
जानें, प्रेग्नेंसी में आम का सेवन फायदेमंद है या नहीं
By Rashmi Upadhyay2:52 AM#best food, #mango, #mango season, #आम, #गर्भावस्था, pregnant lady, आम, प्रेग्नेंसीNo comments
इन दिनों फलों के राजा आम का सीजन है। मौसमी फल होने के चलते हर कोई इसका लुत्फ उठा रहा है। अगर हम गर्भवती महिलाओं की बात करें तो वह अपने स्वास्थ्य और शिशु के बेहतर पोषण के लिए अपने खानपान पर विशेष ध्यान देती है। गर्भावस्था के दौरान महिलाएं ज्यादा से ज्यादा फलों और हेल्थी व्यंजनों का चयन करती हैं। ऐसे में अगर हम आम की बात करें कि आम खाना गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद है या नहीं, तो यह बिल्कुल फायदेमंद होगा। आम खाना गर्भवती महिला और शिशु दोनों के लिए ही बहुत अच्छा होगा। दरअसल, आम में फोलिक एसिड पाया जाता है। जो शिशु के विकास के लिए कई मायनों में फायदेमंद होता है।
सबसे बड़ी बात यह है कि गर्भावस्था के दौरान बहुत कम महिलाओं का मीठा खाने का मन करता है। ऐसे में आजकल के मौसम में जिन महिलाओं का मीठा खाने का मन करता है उनके लिए आम एक बेहतर विकल्प है। साथ ही आम को पचाना भी बहुत आसान होता है और मोटापा भी नहीं होता। आइए जानते हैं गर्भावस्था में आम खाना किन मायनों में अधिक फायदेमंद है—
- आम में विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन बी6, पोटेशियम, फायबर और फालिड एसिड पाया जाता है। ये सभी तत्व गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत जरूरी है। इससे महिलाओं का प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है।
- आम हमारे पाचन तंत्र को काफी ऊर्जा देता है। साथ ही आम कब्ज की बीमारी से भी निजात दिलाता है।
आम में पाया जाने वाला विटामिन ए भ्रूण का भरपूर विकास करने में मदद करता है।
- गर्भवती होने के दौरान हर महिला को काफी मात्रा में आयरन की जरूरत होती है। और आम में खासा आयरन होता है।
- विटामिन ए महिलाओं की आंखों और त्वचा के लिए बेहतर होता है।
विशेष
- जब भी बाजार में आम खरीदने जाएं तो ध्यान रखें कि आम प्राकृतिक रूप से पके हुए हो। रसायनों द्वारा पके हुए आमों को पूरी तरह नजरअंदाज करें।
- अगर आप डायबीटिज के मरीज हैं तो आम को ना खाएं। क्योंकि इसमें काफी मात्रा में कैलोरी होती है।
Friday, July 8, 2016
लौंग के इन फायदों को पढ़कर हैरान रह जाएंगे आप!
By Rashmi Upadhyay12:24 AM#best food, #cloves, #disease, #healthcare, #healthtips, #kitchen, #rainyseason, #लौंग, #हेल्थ टिप्स, herbal, seasonNo comments
आज के दौर में अगर कोई बिमारियों के प्रकार पर विचार करने बैठे तो शायद वह खुद ही तनाव में आ जाएगा। क्योंकि आजकल बीमारी शुरू किसी और एंगल से होती है और खत्म किसी और एंगल पर होती है। सबसे बड़ी बात यह है कि बिमारियों की शुरुआत बड़ी धीमी होती है। जिसके चलते अक्सर हम डॉक्टर को दिखाना जरूरी नहीं समझते। जिसका खामियाजा हमें अंत में भुगतना पड़ता है। लेकिन अगर हम बीमारी और डॉक्टर के बीच इस लंबे अंतराल का कोई बीच का रास्ता ढूंढे तो निश्चित तौर पर हमारे सामने औषधि की ही छवि होगी। लेकिन इस एडवांस भरे दौर में हम लोग औषधि को मामूली समझकर या तो एलोपेथी के पीछे दौड़ते हैं और या फिर बीमारी से जूझते रहते हैं।
आज हम आपको लौंग के फायदे बताएंगे। लगभग सभी लोगों ने अपनी दादी-नानी या फिर घर के किसी बड़ें-बूढ़ों से कभी ना कभी लौंग के फायदों के बारे में जरूर सुना होगा। लेकिन उन पर अमल बहुत कम लोग कर पाते हैं। लौंग एक ऐसी औषधि है जिसका सेवन करने से ना सिर्फ कई तरह की बिमारियों से तुरंत आराम मिलता है बल्कि इससे बिमारियों का जड़ से खात्मा भी हो जाता है।तो आइए लौंग के फायदों के बारे में—
दांतों के लिए लौंग
आजकल बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को दातों में दर्द की समस्या रहती है। ऐसे में अगर लौंग को दर्द वाली जगह पर रखा जाए तो इससे चुटकी भर में आराम मिलना शुरू हो जाता है। साबुत लौंग के अलावा दांतों के दर्द के लिए लौंग के तेल का इस्तेमाल भी काफी प्रभावशाली होता है। लौंग सभी बैक्टीरियां का चुटकी भर में खात्मा कर देता है।
पाचन के लिए
जिन लोगों को अक्सर पाचन करने में दिक्कत आती है उन लोगों के लिए लौंग काफी फायदेमंद होती है। पाचन, गैस, बम्पिंग या कांस्टीपेशन की समस्या से पीड़ित लोग सुबह खाली पेट अगर 1 ग्लास पानी में कुछ बूंदे लौंग के तेल की डालकर पीएं तो उन्हें काफी आराम होगा। साथ ही सुबह खाली पेट साबुत लौंग को मुंह में रखकर भी काफी आराम मिलता है। इसके अलावा जो लोग सुबह चाय पीने के आदि है वह चाय में 1 से 2 लौंग डालकर भी इसका लाभ उठा सकते हैं।
सर्दी-जुकाम में लौंग
जिन लोगों को सर्दी बहुत जल्दी लगती है उन्हें हमेशा अपने साथ 1 या 2 लौंग रखनी चाहिए। सर्दी-जुकाम की समस्या के वक्त मुंह में साबुत लौंग रखने से जुकाम के साथ ही गले में होने वाले दर्द से भी काफी आराम मिलता है।
मुंह से बदबू के लिए
अधिकतर लोगों को शिकायत रहती है कि वह जितना मर्जी दातुन कर लें या कितनी भी दांतों की साफ-सफाई कर लें लेकिर उनके मुंह से बदबू नहीं जाती। ऐसे लोगों के लिए लौंगे बहुत ही फायदेमंद है। 40 से 45 दिनों तक रोज सुबह मुंह में साबुत लौंग का सेवन करने से इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
त्वचा के लिए फायदेमंद
चहरे के दाग-धब्बों या फिर सांवली त्वचा को निखारने के लिए भी लौंग फायदेमंद है। लौंग के पाउडर को किसी फेसपैक या फिर बेसन के साथ मिलाकर लगाया जा सकता है। लेकिन ध्यान रखें सिर्फ लौंग का पाउडर कभी चेहरे पर ना लगाए। क्योंकि यह बहुत गर्म होता है, जिससे चेहरे पर रिएक्शन होने के चांस रहते हैं।
बाल होते हैं घने
जिन लोगों के बाल अक्सर झड़ते हैं या फिर सूखे-सूखे से रहते हैं वह लोग लौंग से बना कंडीश्नर इस्तेमाल कर सकते हैं। या फिर लौंग को थोड़े से पानी में गर्म कर उससे बाल धोएं जा सकते हैं। इससे बाल घने और मजबूत होते हैं।
गठिया रोग
गठिया के रोगियों के लिए लौंग का तेल काफी असरदार होता है। दर्द वाली जगह पर लौंग के तेल से हल्की मालिश करने पर काफी आराम मिलता है। क्योंकि लौंग में काफी मात्रा में फ्लेवोनॉयड्स पाया जाता है। जो काफी फायदेमंद होता है।
तनाव से छुटकारा
अक्सर लोग तनाव होने पर सिगरेट, शराब जैसी नुकसानदेह चीजों का इस्तेमाल करते हैं। जिससे शायद उन्हें पल भर के लिए आराम तो मिल जाता है लेकिन जीवन संकट में पड़ जाता है। ऐसे में तनाव के वक्त लौंग का सेवन बहुत असरदार होता है।
खाने में लौंग
सब्जी, दाल, प्लाओ या फिर किसी अन्य व्यंजन में सिर्फ 2 लौंग डालने से उसका स्वाद ही लाजवाब हो जाता है। जिससे कि यह स्वाद और हमारी सेहते दोनों के लिए असरदार होता है।
Tuesday, July 5, 2016
देश का 'भविष्य' खराब कर रहा है फास्ट फूड
By Rashmi Upadhyay3:35 AM#best food, #disease, #fastfood, #fever, #healthcare, #healthtips, #streetfood, #tastyfood, #फास्ट फूड, #स्वादिष्ट खाना, #हेल्थ टिप्स, foodNo comments
आज के समय की भागदौड़ भरी जिंदगी में फास्ट फूड को लोगों की पहली पसंद कहें या मजबूरी, दोनों ही स्थितियों में यह जानलेवा है। आजकल अभिभावक खासतौर से बच्चों को स्कूल भेजते वक्त समय की कमी को आड़ बनाते हुए उन्हें फास्ट फूड देकर चलता कर देते हैं। जबकि परिजनों की इस लापरवाही का अंजाम बच्चें भुगतते हैं। आज स्थिति यह हो गई हो है कि हमारे देश में 5 साल की छोटी उम्र से ही बच्चों के पाचन तंत्र में दिक्कतें आने लगी हैं। जो उम्र बढ़ने के साथ लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में खराब डाइट के चलते 20 साल की उम्र तक आते-आते बच्चों का पाचन तंत्र पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो रहा हैं।
देश के प्रतिष्ठित अस्पताल एम्स द्वारा कराए गए सर्वे में पता चला है कि 6 से 17 साल तक की उम्र के बच्चें कई तरह से रोगी हैं। सरकारी स्कूल के बच्चों की अपेक्षा प्राईवेट स्कूल के बच्चों को फास्ट फूड की ज्यादा लत होती है। सर्वे के मुताबिक प्राईवेट स्कूलों में पड़ने वाले 35 फीसदी बच्चें बिमारियां से पीड़ित हैं। केरल के कोच्चि शहर में सीबीएसई बोर्ड के 6 से 17 साल की उम्र के 7,202 बच्चें ऐसे हैं जिन्हें काफी गंभीर बिमारियां हैं। सर्वे बताता है कि शहरी इलाकों में 6 फीसदी छात्र मोटापे के शिकार हैं, 12 फीसदी ओवरवेट हैं और 17.2 फीसदी अंडरवेट हैं। यह सर्वे वर्ष 2015 का है।
जब इन 7,202 बच्चों में से 4,799 बच्चों का ब्लड प्रेसर लेवल चेक किया गया तो बेहद चौंकाने वाले परिणाम सामने आए। 7,202 बच्चों में से 15.1 फीसदी बच्चे ऐसे हैं जिनका ब्लड प्रेसर हाई है। जबकि 15.1 फीसदी बच्चें ऐसे हैं जो हाई ब्ल्डप्रेसर की कगार पर हैं। वहीं, एम्स द्वारा 2005 में किए सर्वे में हर कक्षा में सिर्फ 2 छात्र मोटे और 6 छात्र ओवरवेट पाए गए थे। जबकि बीते 10 सालों में आज यह संख्या दोगुनी हो गई है।
इन बिमारियों से पीड़ित हैं बच्चें
आजकल 10 साल से 18 साल के बीच कई बच्चें ऐसे हैं जिन्हें माइग्रेन, पथरी, हाई ब्लड प्रेशर, लो ब्लड प्रेशर, शुगर, सिर दर्द, पेट दर्द, आखें कमजोर जैसी गंभीर बिमारियां हैं। इतना ही नहीं ज्यादा आॅयली और मिर्च मसाला खाने के चलते बच्चें बवासीर जैसी खतरनाक बिमारी से भी पीड़ित हैं।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट ?
हेल्थ एक्सपर्टों का कहना है कि सिर्फ पौष्टिक आहार के अभाव के चलते आज बच्चों की यह दुर्दशा हो रही है। आजकल परिजन फास्ट फूड को बच्चों की पसंद मानकर और उनकी पलभर की खुशी के लिए उन्हें फास्ट फूड के दलदल में धकेल देते हैं। जब बच्चा फास्ट फूड का सेवन अधिक करने लगता है तो उसे घर का खाना फीका और बेस्वाद लगने लगता है। जबकि 18 साल की उम्र तक बच्चों को फास्ट फूड के बजाय ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन, विटामिन और अच्छी डाइट की जरूरत होती है।
क्या होती है अच्छी डाइट ?
एक्सपर्टों कहते हैं बच्चों के दैनिक आहार में रोटी, 2 टाइम दाल, हरी सब्जियां 2 ग्लास दूध, 1 कटोरी दही, सलाद, मौसमी फल, स्प्राउट्स, जूस होना अनिवार्य है। एक्सपर्ट यह भी कहते हैं कि बच्चों का भविष्य स्वस्थ और उज्जवल बनाने के लिए हमें बच्चों का मन फास्ट फूड से हटाना चाहिए और उन्हें हेल्थी चीजों की ओर आकर्षित करना चाहिए।