क्या आप भी गर्मियों में डल स्किन से परेशान हैं?

मौसम चाहे कोई भी हो लेकिन हर लड़की चाहती है कि वह हमेशा चमकती-दमकती और फ्रैश दिखें। लेकिन गर्मियों के मौसम में इसे बरकरार रखना थोड़ा सा मुश्किल हो जाता है।लेकिन आज हम आपको बताएंगे हैं कि आप कैसे खुद को हमेशा खिलाखिला रख सकती हैं।

अबॉर्शन कराना मतलब डिप्रेशन को न्यौता देना

अबॉर्शन के बाद डिप्रेशन होना शायद यह बात आपको थोड़ा अजीब जरूर लगे। लेकिन सच यह है कि अबॉर्शन और डिप्रेशन का बहुत गहरा संबंध है। अॅर्बाशन कराने के बाद अधिकतर महिलाएं डिप्रेशन और...

अस्थमा के मरीज हैं तो बारिश से रहे सावधान, जानिए क्यों?

मानसून आने में अब ज्यादा वक्त नहीं रह गया है। लेकिन इस मानसून की शुरुआती बारिश में भीगना अस्थमा के मरीजों के लिए अभिश्राप साबित हो सकता है। ऐसे मौसम में अस्थमा के मरीज इन उपायों को अपनाकर स्वस्थ रह सकते हैं।

देश का भविष्य खराब कर रहा है फास्ट फूड

आज के समय की भागदौड़ भरी जिंदगी में फास्ट फूड को लोगों की पहली पसंद कहें या मजबूरी, दोनों ही स्थितियों में यह जानलेवा है। आप यह जानकर हैरान होंगे कि फास्ट फूड हमारे देश का 'भविष्य' खराब कर रहा है।

बालों को लेकर कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये 5 गलतियां?

आज के समय में हर कोई बालों के झड़ने और रफ होने जैसी समस्या से परेशान रहते हैं। लेकिन अगर हकीकत देखी जाए तो अपनी इस समस्या के लिए कहीं ना कहीं हम खुद ही जिम्मेदार होते हैं।

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Friday, July 15, 2016

शराब पीने के ये चमत्कारिक फायदे हैरान कर देंगे आपको!


आज तक आपने पढ़ा और सुना होगा कि शराब पीना हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। शराब पीने से ना सिर्फ हमें शारीरिक बल्कि मानसिक तौर पर भी क्षति होती है। लेकिन शायद आप ये पढ़कर हैरान होंगे कि शराब पीना कई हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद भीी होता है। जी हां, यह बात पढ़ने में थोड़ी अटपटी जरूर लग रही है, लेकिन यह हम नहीं बल्कि एक रिसर्च का कहना है। शराब पीने के फायदों पर हाल ही में हुई एक रिसर्च में कहा गया है कि रोज शराब पीना हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।

अब यहां ध्यान देने वाली बात यह कि शराब की कितनी मात्रा हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है? इसके जवाब में हम आपको बताना चाहेंगे कि हाल ही में अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन में हुई रिसर्च में कहा गया है कि स्वस्थ शरीर के लिए शराब की मात्रा हमारे लिंग, उम्र, मौसम और शारीरिक ढांचे के साथ साथ इस बात पर भी निर्भर करता है कि हम शराब खाली पेट ले रहे हैं या फिर कुछ खाकर ले रहे हैं। हालांकि फिर भी रिसर्च में साफ तौर पर कहा गया है कि महिलाओं के रोजाना 1 और पुरुषों के लिए 2 पैग पीना फायदेमंद होता है। तो आइए जानते हैं शराब पीने से हमे क्या लाभ होता है।


डिप्रेशन से छुटकारा
स्पेन के कई विश्वविद्यालयों में हुई रिसर्च में कहा गया है कि रोजाना शराब पीने से डिप्रेशन होने के खतरे को काफी कम करता है। इतना ही नहीं रिसर्च में यह भी कहा गया है कि सर्वे के दौरान देखा गया है कि जो महिला और पुरुष एक सप्ताह में 2 से 7 ग्लास शराब पीते हैं वह डिप्रेशन होने से खतरे से बिल्कुल बाहर है।

कोलोन कैंसर
अक्सर हम सुनते है कि ज्यादा शराब पीने और धूम्रपान करने से कोलोन (बड़ी आंत) कैंसर होता है। जबकि अमेरिका की लीसेस्टर यूनिवर्सिटी में हुई रिसर्च में कहा गया है कि रेड वाइन पीने से कोलोन कैंसर होने की 50 प्रतिशत संभावना कम हो जाती है।

हार्ट अटैक से बचाव
अमेरिका के हॉवार्ड पब्लिक स्कूल द्वारा 'एन्नल्स आॅफ इंटरनल मेडिसिन' में छपे आॅर्टिकल में कहा गया है कि कभी कभार शराब पीने वालों को कभी शराब ना पीने वालों की तुलना में हार्ट अटैक आने के 30 प्रतिशत चांस कम होते हैं।

अच्छी नींद आना
रेड वाइन में पाया जाने वाला मेलाटोनिन सुकून की नींद लेने में मदद करता है। रात को सोने से पहले 1 पैग रेड वाइन लेने से अच्छी नींद आती है। यह महिलाओं और पुरुष दोनों के लिए फायदेमंद होती है।


वजन कम होना
नियमित रूप से शराब पीने से शरीर का अतिरिक्त वजन घटता है। दरअसल वाइन हमारे शरीर से अतिरिक्त कैलोरी को नष्ट करती है। जिससे हम स्लिम और फिट फिगर पा सकते हैं।

ब्रेस्ट कैंसर का खात्मा
लॉस एंजिलिस(अमेरिका) के विशेषज्ञों का कहना है कि रोजाना रेड वाइन (शराब) पीने से महिलाओं में होने वाले जानलेवा रोग ब्रेस्ट कैंसर का खात्मा होता है। विशेषज्ञों का कहना है कि रेड वाइन से एस्ट्रोजन के स्तर को कम करता है। जिससे ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा काफी कम हो जाता है। साथ ही रेड वाइन स्किन कैंसर से भी बचाती है।


चेहरे पर निखार आना
रोजाना सीमित मात्रा में रेड वाइन से चेहरे पर निखार आता है। रेड वाइन की कुछ बूंदों से चेहरे पर मालिश करने से चेहरा गुलाब की तरह दमक उठता है। इसके साथ ही जिन महिलाओं को बाल झड़ने की शिकायत होती है उनके लिए रेड वाइन का सेवन काफी फायदेमंद है। क्योंकि इससे ना सिर्फ बाल झड़ने कम होते हैं बल्कि बालों मे चमक भी आती है।

बढ़ती है याद्दाशत
शराब पीने से दिमाग तो तेज होता ही है साथ ही इससे याद्दाशत बढ़ती है। रेड वाइन में पाया जाने वाला रेस्वेराट्रोल तत्व दिमाग को अधिक विकसित करने में मदद करता है। साथ ही डेमेंटिया जैसी बीमारी से भी बचाता है।

Sunday, July 10, 2016

इन आसान टिप्स को अपनाकर बढ़ाएं खाने का स्वाद


हर महिला चाहती है कि वह हर रोज खाने में कुछ नया स्वाद लाएं। लेकिन साधन और समय की कमी के चलते इसे मुमकिन कर पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। खासतौर से मध्यम वर्ग की महिलाओं के लिए। क्योंकि उनके पास दिनभर कामों का अंबार लगा रहता है। ऐसे में हर वक्त के खाने को स्वादिष्ट बनाना चुनौतीपूर्ण साबित हो जाता है। ​अगर आप भी स्वादिष्ट खाना बनाने को लेकर परिवार वालों की उम्मीद पर खरी नहीं उतर पा रही हैं तो अब घबराने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। आज हम आपकी इस परेशानी से चुटकी भर में निजात दिलाने वाले हैं।

वैसे तो हर व्यंजन को बनाने की विधि अलग होती है। बावजूद इसके हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बनाने जा रहे हैं, जिनसे आप उतने ही समय और मेहनत में स्वादिष्ट और लजीज खाना बना सकेंगी।


1.) आप चाहे कोई भी सब्जी बनाने जा रही हो, सबसे पहले उसे हल्का ब्राउन होने तक आॅयल में फ्राई कर लो और फिर उसे अपने तरीके से ही बनाओ। देखना स्वाद में कितना अंतर होगा।
2.) सब्जी में 1 चम्मच जीरा, हरी मिर्च, अदरक और लहसुन का पेस्ट डाल दें। फिर देखना परिवार के सदस्य अंगुलियां चाटते रह जाएंगे।
3.) अगर आप चाशनी बनाने जा रही हैं तो बर्तन के चारों ओर थोड़ा आॅयल लगा लें। इससे चाश्नी बर्तन में चिपकेगी नहीं।
4.) अगर आपको लग रहा है कि नींबू का आचार खराब होने वाला है तो घबराइए मत। आचार में थोड़ी सी चीनी डालकर उसे धूप में सुखा दें। आचार खराब होने के बजाय उसका टेस्ट स्वादिष्ट और खट्टा मीठा हो जाएगा।
5.) सब्जी या दाल बनने के बाद उसके उपर थोड़ा सा बारीक कटा हुआ हरा धनिया डाल दें। इससे सब्जी का स्वाद एकदम बदल जाएगा।


6.) अगर आपके घर में छोटे बच्चें हैं और वो आपके खाने में अक्सर कमी निकालते रहते हैं तो इसका भी समाधान है। बच्चों को मीठा बहुत पसंद होता है। जब भी उन्हें खाना परोसे तो एक कटोरी में भी उन्हें मीठा व्यंजन बनाकर भी दें। बच्चे बहुत खुश हो जाएंगे और आपको पसंद भी करेंगे।
7.) इमली को खराब होने से बचाने के​ लिए उसमें थोड़ा सा नमक या फिर नमक का पानी मिला कर धूप में सुखा लो। इमली कभी खराब नहीं होगी।
8.) आजकल के मौसम में चटनी, रायता और आम का पन्ना जैसे व्यंजनों को एक बार बनाकर फ्रिज में रखें। यह हफ्ते भर तक चलते हैं। खाते वक्त इन्हें परोसें। घर के बड़े ज्यादा व्यंजन देखकर खुश होते हैं।

Tuesday, July 5, 2016

देश का 'भविष्य' खराब कर रहा है फास्ट फूड

आज के समय की भागदौड़ भरी जिंदगी में फास्ट फूड को लोगों की पहली पसंद कहें या मजबूरी, दोनों ही स्थितियों में यह जानलेवा है। आजकल अभिभावक खासतौर से बच्चों को स्कूल भेजते वक्त समय की कमी को आड़ बनाते हुए उन्हें फास्ट फूड देकर चलता कर देते हैं। जबकि परिजनों की इस लापरवाही का अंजाम बच्चें भुगतते हैं। आज स्थिति यह हो गई हो है कि हमारे देश में 5 साल की छोटी उम्र से ही बच्चों के पाचन तंत्र में दिक्कतें आने लगी हैं। जो उम्र बढ़ने के साथ लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में खराब डाइट के चलते 20 साल की उम्र तक आते-आते बच्चों का पाचन तंत्र पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो रहा हैं।


देश के प्रतिष्ठित अस्पताल एम्स द्वारा कराए गए सर्वे में पता चला है कि 6 से 17 साल तक की उम्र के बच्चें कई तरह से रोगी हैं। सरकारी स्कूल के बच्चों की अपेक्षा प्राईवेट स्कूल के बच्चों को फास्ट फूड की ज्यादा लत होती है। सर्वे के मुताबिक प्राईवेट स्कूलों में पड़ने वाले 35 फीसदी बच्चें बिमारियां से पीड़ित हैं। केरल के कोच्चि शहर में सीबीएसई बोर्ड के 6 से 17 साल की उम्र के 7,202 बच्चें ऐसे हैं जिन्हें काफी गंभीर बिमारियां हैं। सर्वे बताता है कि शहरी इलाकों में 6 फीसदी छात्र मोटापे के शिकार हैं, 12 फीसदी ओवरवेट हैं और 17.2 फीसदी अंडरवेट हैं। यह सर्वे वर्ष 2015 का है।


जब इन 7,202 बच्चों में से 4,799 बच्चों का ब्लड प्रेसर लेवल चेक किया गया तो बेहद चौंकाने वाले परिणाम सामने आए। 7,202 बच्चों में से 15.1 फीसदी बच्चे ऐसे हैं जिनका ब्लड प्रेसर हाई है। जबकि 15.1 फीसदी बच्चें ऐसे हैं जो हाई ब्ल्डप्रेसर की कगार पर हैं। वहीं, एम्स द्वारा 2005 में किए सर्वे में हर कक्षा में सिर्फ 2 छात्र मोटे और 6 छात्र ओवरवेट पाए गए थे। जबकि बीते 10 सालों में आज यह संख्या दोगुनी हो गई है।

इन बिमारियों से पीड़ित हैं बच्चें

आजकल 10 साल से 18 साल के बीच कई बच्चें ऐसे हैं जिन्हें माइग्रेन, पथरी, हाई ब्लड प्रेशर, लो ब्लड प्रेशर, शुगर, सिर दर्द, पेट दर्द, आखें कमजोर जैसी गंभीर बिमारियां हैं। इतना ही नहीं ज्यादा आॅयली और मिर्च मसाला खाने के चलते बच्चें बवासीर जैसी खतरनाक बिमारी से भी पीड़ित हैं।



क्या कहते हैं एक्सपर्ट ?


हेल्थ एक्सपर्टों का कहना है कि सिर्फ पौष्टिक आहार के अभाव के चलते आज बच्चों की यह दुर्दशा हो रही है। आजकल परिजन फास्ट फूड को बच्चों की पसंद मानकर और उनकी पलभर की खुशी के लिए उन्हें फास्ट फूड के दलदल में धकेल देते हैं। जब बच्चा फास्ट फूड का सेवन अधिक करने लगता है तो उसे घर का खाना फीका और बेस्वाद लगने लगता है। जबकि 18 साल की उम्र तक बच्चों को फास्ट फूड के बजाय ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन, विटामिन और अच्छी डाइट की जरूरत होती है।



क्या होती है अच्छी डाइट ?

एक्सपर्टों कहते हैं बच्चों के दैनिक आहार में रोटी, 2 टाइम दाल, हरी सब्जियां 2 ग्लास दूध, 1 कटोरी दही, सलाद,  मौसमी फल, स्प्राउट्स, जूस होना अनिवार्य है। एक्सपर्ट यह भी कहते हैं कि बच्चों का भविष्य स्वस्थ और उज्जवल बनाने के लिए हमें बच्चों का मन फास्ट फूड से हटाना चाहिए और उन्हें हेल्थी चीजों की ओर आकर्षित करना चाहिए।